Sunday 20 March 2022

नीम

तुम्हारी शाखाओं को काटा गया

नहीं..

तुम्हें जड़ से नष्ट किया गया...

बिछा दी गई टाइल्स

मंदिर के हर कोने में

मंदिर को भव्य बनाने के लिए...

उस रोज तुम्हारी ही छांव तले

करने को फैसला तुम्हारा

कुछ प्रबुद्ध जन बैठे थे...

और फैसला

तुम्हारे विपक्ष में आया था.....।














Monday 7 March 2022

राहों का चुनाव

कभी कभी हम नहीं 
राहें हमें चुनती हैं...
जैसें चुना था एक रोज़ उन्होंने
गौतम को...
और बना दिया था 'बुद्ध'
'महात्मा बुद्ध'...........।